*कोटा विधायिका ने किया नए स्कूल भवन का उदघाटन,48लाख के लागत से हुवा निर्माण,,करहीकछार के केकराडीह में*
*वर्ल्ड विजन संस्था के सहयोग से हुवा निर्माण कार्य,बुनियादी सुविधाओं से लेस है, नया स्कूल भवन।*
*दिनांक:-15-09-2018*
*करगीरोड कोटा:-कोटा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत करहीकछार के केकराडीह में वर्ल्ड विजन के सहयोग से 48 लाख रुपए की लागत से प्राथमिक और माध्यमिक शाला का निर्माण किया गया, जिसका उद्घाटन वर्तमान कोटा विधायिका श्रीमती डॉक्टर रेणु जोगी द्वारा किया गया, इससे पूर्व में भी वर्ल्ड विजन संस्था के सहयोग से हाई स्कूल भवन का निर्माण किया गया था करहीकछार के केकराडीह में,वर्ल्ड विजन संस्था के सदस्यगण स्कूल के छात्र-छात्राओं सहित अन्य जनप्रतिनिधि ग्रामीण जन की उपस्थिति में नए स्कूल भवन का उद्घाटन किया गया आदिवासी बहुल इलाकों में वर्ल्ड विजन संस्था जो कि कोरिया की एक प्राइवेट संस्था है,आदिवासी बहुल इलाकों में जाकर शिक्षा और स्वास्थ्य में अपनी भूमिका काफी समय से निभाते आ रही है, इससे पहले भी कई आदिवासी बहुल इलाकों में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में वर्ल्ड विजन संस्था द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया गया है,शासन के सहयोग से वर्ल्ड विजन संस्था अन्य और जगहों पर अपनी भूमिका निभाती चली आ रही है,उसी कड़ी में करहीकछार ग्राम पंचायत के केकराडीह में नए प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल भवन का निर्माण वर्ल्ड विजन की संस्था के सहयोग से किया गया जिसका लाभ यहां के ग्रामीण छात्र-छात्राओं को मिलेगा।*
*आज छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर, सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति, स्कूलों में शिक्षकों की कमी, खेल का मैदान शौचालय, पीने का साफ पानी, बाउंड्री वाल ,आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित प्रदेश के शासकीय स्कूल के हालात दिन प्रतिदिन काफी खराब होते जा रहे हैं ,सरकारी स्कूलों की संख्या कम होती जा रही है ,मॉडल स्कूल भी प्राइवेट स्कूलों को दे दिए गए पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में सरकारी स्कूलों की संख्या कम और प्राइवेट स्कूलों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है, प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस से अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है, ट्रांसपोर्ट की फीस, महंगे पुस्तकें ,महंगे ड्रेस, के अलावा कोचिंग, मिडिल क्लास परिवारो पर महंगाई की मार से तो पहले ही कमर टूट चुकी हैं, और वर्तमान में महंगी शिक्षा से मिडिल क्लास परिवार की हालत दयनीय हो चुकी है ,आज शासन द्वारा सरकारी स्कूल और सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति की ओर ध्यान बिल्कुल नहीं दे रही है, बीच में ही जर्जर स्कूल के कारण कोटा के ही एक प्राथमिक शाला में पढ़ने वाली 11 साल की मासूम बच्ची तुलसी यादव की सर्प के काटने से मौत हो चुकी है, स्कूल की जर्जर हालातों की वजह से स्कूल के शिक्षिका को छात्र छात्राओं को बाहर पढ़ाना पड़ता है ,बारिश के दिनों में स्कूल की छत टपकने लगती है,अगर स्कूल के हालात अच्छे होते तो आज मासूम तुलसी यादव आज जिंदा होती मासूम छात्रा की मौत के बाद शिक्षा विभाग जागा स्कूल में थोड़े बहुत मेंटेनेंस का कार्य करवाया गया बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर बच्चे के माता-पिता को मुआवजा दिया गया अजीब दस्तूर है, सरकारें और शासन की जिंदा रहने तक स्थिति सुधरती नहीं है,पर अगर किसी की मौत हो जाए तो शासन और प्रशासन दोनों चिरनिद्रा से जागते हुए पीड़ित परिवार या पीड़ितों के बीच भागमभाग रहता है, सरकारी स्कूल के कायाकल्प को लेकर वर्तमान सरकारों को जो पिछले 15 सालों से सत्ता में है,उन्हें अपने पड़ोसी राज्य दिल्ली से सरकारी स्कूलों में क्रांतिकारी परिवर्तन के कारणों को समझना चाहिए जाकर सीखना चाहिए कि दिल्ली के शिक्षा विभाग और सरकार ने ऐसा कौन सा कार्य किया है, जहां पिछले 3 सालों में सरकारी स्कूलों का स्तर प्राइवेट स्कूलों से अच्छे हो गए ऐसा क्या कर दिया है, सरकारी स्कूलों में वहां की सरकार ने की जहां अभिभावक प्राइवेट स्कूलों से अपने बच्चों का नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में भर्ती करवा रहे हैं, वर्ल्ड विजन संस्था जो की कोरिया की एक प्राइवेट संस्था है ऐसे ग्रामीण इलाकों में ग्रामीणों के जन सहयोग सहयोग से इस तरह के कार्य को अंजाम दे रही है जो काम वर्तमान सरकारों को करना चाहिए वह एक प्राइवेट संस्था द्वारा किया जा रहा है।*
*नए स्कूल भवन के उद्घाटन में बतौर अतिथि पहुंची कोटा विधायिका श्रीमती डॉक्टर रेणु जोगी से भी कुछ सवाल मीडिया द्वारा पूछे गए वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, जिसका जवाब देते हुए श्रीमती रेणु जोगी ने कहा कि कोटा विधानसभा में सरकारी स्कूलों की स्थिति काफी अच्छी है, शायद विधायिका महोदया को इस बात की जानकारी नहीं है, की सवाल वर्ल्ड विजन संस्था वाली स्कूलों के बारे में नहीं पूछी जा रही थी, सरकारी स्कूलों के हालातों के बारे में पूछे जा रहे थे,वर्तमान विधायिका को शायद यह भी जानकारी नहीं थी,कि सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति के वजह से उनके विधानसभा क्षेत्र में एक मासूम बच्ची की मौत भी हो चुकी है, अकारण वहीं पर राजनीतिक सवाल पर वर्तमान विधायिका द्वारा कोटा विधानसभा क्षेत्र में पुनः प्रत्याशी के रूप में लड़ने वाली बात को लेकर सवाल को टालते हुए इसे प्रदेश और कांग्रेस पार्टी के पाले में डालते हुए राजनीतिक जवाब दिया, आज के स्कूल के उद्घाटन के कार्यक्रम में भी वर्तमान विधायिका के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की जगह जनता कांग्रेस के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति देखी गई इस पर भी सवाल मीडिया द्वारा किया गया जिसका जवाब को टाल दिया गया।*