राजेश सोनी बिलासपुर ब्यूरो चीफ…
स्वर्णकार बच्चों ने दिखाई प्रतिभा,छत्तीसगढ़िया सोनार समाज संगठन ने बढ़ाया हौसला।
बिलासपुर-चित्रकला समाज की संवेदनाओ का प्रतिबिंब है,चित्रकारी के रूप में उकेरी गई एक कलाकृति लाखो शब्दो के बराबर अर्थ समझाती है।चित्रकला का इतिहास जितना व्यापक व अर्थपूर्ण है उससे अधिक सर्वव्यापी उसका संदेश है।बच्चे मिट्टी का कच्चा घड़ा है,हम उसे जैसा रूप देंगे,वो वैसा ही बन जायेगा।हमारा दायित्व है कि हम सकारात्मक पहल करे।यह बात छत्तीसगढ़िया सोनार समाज छत्तीसगढ़ संगठन के संस्थापक श्री निलेश सोनी द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से आयोजित एक दिवसीय चित्रकला एवम निबंध प्रतियोगिता कार्यक्रम में प्रदेश के स्वर्णकार बंधुजन को संबोधित करते हुए कहा गया।
मंगलवार 7 जुलाई,सोशल मीडिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़िया सोनार समाज छत्तीसगढ़ संगठन की अध्यक्षा श्रीमती भारती सोनी ने कहा की ललितकला विशाल दृष्टि से देखती है। कलाकृति का समाज से गहरा संबंध रहा है।एक कलाकार समाज की संवेदनाओ को कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित करता है।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के बच्चों में रचनात्मक गतिविधि के माध्यम से उनमे सकारात्मक ऊर्जा का विकास करना है।जिससे वो अपने विचार को प्रकट कर,सृजन हेतु उत्साहित हो सके एवम भविष्य में स्वर्णकार समाज को नवीन आयाम मिले।
छत्तीसगढ़िया सोनार समाज छत्तीसगढ़ संगठन के द्वारा प्रदेश के स्वर्णकार बंधुजन से युक्त कार्यक्रम हेतु आह्वान किया गया।जिसमे सोनार समाज के पांचवी से आठवीं तक के अध्ययनरत बच्चों के लिए चित्रकला निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,जिसमे पर्यावरण संरक्षण के विषय मे अपनी कल्पनाओं को चित्र में उकेर कर छोटा सा निबंध लिख कर संबंधित व्यक्ति को प्रेषित किया गया।तदुपरांत निर्णायक मंडल द्वारा प्रतिभाशाली बच्चो को पुरस्कृत कर “समाज गौरव सम्मान” से अलंकृत किया जाएगा।प्रदेश के समस्त स्वर्णकार समाज के बच्चो द्वारा कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक बढ़चढ़ के हिस्सा लिया गया।इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदेशप्रतिनिधि,जिलाप्रतिनिधि,
ब्लॉकप्रतिनिधि सहित प्रदेश के समस्त स्वर्णकार बंधुओ व महिलाओ का विशेष सहयोग रहा।कार्यक्रम का प्रदेश में भूरी भूरी प्रसंशा किया जा रहा है।