ब्यूरो रिपोर्ट
नरेश पटेल V/ जीवराखन पटेल की कांटे की टक्कर
दो दोस्त रहेंगे आमने सामने चुनाव होगा रोमांचक
मुंगेली. नवनिर्मित नगर पंचायत बरेला में इस वर्ष पार्टी सिम्बाल पर चुनाव लड़ी जाएगी एक तरफ भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेश पटेल दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेसी जीवराखन पटेल मैदान पर उतरे है। ग्राम पंचायत के चुनाव में दोनों दोस्त के भूमिका निभा रहे थे एक दूसरे के साथ देते रहे है । अलग अलग पार्टी से टिकट मिलने के बाद अब आमने .सामने मैदान पर है । यहां पर हम किसी कम नहीं कि बात सार्थक साबित होगी
नामांकन के दौरान नरेश पटेल का पैर छूकर जीवराखन ने लिया आशीर्वाद
नरेश पटेल को राम मानने वाले लक्ष्मण एक दूसरे के खिलाफ में चुनावी युद्ध में जानें से पहले जीवराखन पटेल ने पैर छूकर विजय प्राप्त करने आशीर्वाद मांगा वही नरेश पटेल ने सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दे दिया एक तरफ भाजपा दूसरी तरफ कांग्रेस ने दांव खेली है । दोनों दोस्त को मैदान में उतार दिया है।

भाजपा प्रत्याशी. नरेश पटेल
पूर्व सरपंच रहे नरेश पटेल ने अनुभव से जीत हासिल करने का किया दावा
पूर्व अविभाजित मप्र में 1995-से सरपंच रहे नरेश पटेल बरेला को लगातार तीसरी बार आदर्श ग्राम का पुरस्कार मिला। शासन की योजनाओं का पूरी तरह क्रियान्वयन व सभी की भागीदती ने ग्राम सरपंच नरेश पटेल को सफल बनाया। नरेश पटेल गणित विषय लेकर एमएससी उत्तीर्ण किए हैं। उन्हें शासकीय नौकरी की बजाय कृषि व ग्राम सेवा को चुना इसीलिए लगातार चार पंचवर्षीय सरपंच के पद पर रह चुके है जिनके कारण गांव समाज में अच्छा पकड़ होने के बात कही जा रही है।
मोदी लहर का चल सकता है जादू
भाजपा के जांबाज सिपाही नरेश पटेल ने बताया कि शासन की सभी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने, रोजगार के अवसर, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम, सामाजिक सुरक्षा व पेंशन के सभी प्रकरण पूरा करने के साथ पानी व्यवस्था गांव की में सभी वर्ग पटेल मरार, धूरी, यादव, साहू, केंवट, ठाकुर, मुसलमान, कुम्हार तथा ईसाई आदि सभी वर्ग के लोग रहते हैं। नरेश पटेल गांव को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की आवश्यकता बताते हुए जल आवर्धन योजना के तहत छोटे बरेला में पानी टंकी का निर्माण, चितावर तालाब के पास बाल उद्यान, मिनी स्टेडियम का निर्माण, कृषि उपज उपज मण्डी तथा मनियारी नदी में स्टापडेम निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा था ज्ञात हो कि आदर्श ग्राम का पुरस्कार राज्य शासन बेहतर कार्य करने वाली पंचायतों को देती है। इसमें पंचायत को प्रशस्ति पत्र के साथ 25 हजार रुपए की राशि दी जा चुकी इतनी उपलब्धियों के साथ नरेश पटेल ने जनता के बीच पुनः पहुंच रहे है।
कांग्रेस प्रत्याशी.. जीवराखन पटेल
जीवराखन पटेल अपने सहज स्वभाव से पटेल समाज में बनाया अच्छा पकड़
ग्राम पंचायत के समय चार बार पंच के पद पर रहे कांग्रेस का झंडा उठाकर चलने वाले कार्यकर्ता सदैव पटेल समाज के उत्थान के दिशा में कार्य करने वाले एक साधारण व्यक्ति अपने सादगी से जाने जाने वाले व्यक्ति अपने व्यवहार के साथ लोगों के बीच पहुंचकर विजय होने की आशीर्वाद मांग रहे है। बताया जा रहा है कि पटेल समाज के अलावा अन्य समाज में भी उनकी अच्छा पकड़ होने की फीडबैक प्राप्त हो रही जिनके कारण अपने हौसले बुलंद कर मैदान पर उतरे है ।कभी दोनों कंधे से कंधे मिलाकर ग्राम पंचायत में शासन करने वाले आज नगर अध्यक्ष के पद प्रत्याशी के रूप में मैदान पर आमने सामने दिख रहे है।
निर्दलीय प्रत्याशी.. कृष्णा यादव
निर्दलीय प्रत्याशी कृष्णा यादव बना रहा है चक्रव्यूह
नगर पंचायत बनने से पूर्व सरपंच के पद पर रहकर कार्य करने वाले पूर्व सरपंच कांग्रेस पार्टी से अध्यक्ष पद हेतु टिकट मांग की थी पर कांग्रेस पार्टी ने विश्वास नहीं जताया जीवराखन को टिकट दे दिया ।पांच सालों तक नगर के विकास की नई गाथा लिखने वाले सरपंच चुप कहा बैठता निर्दलीय चुनाव लड़ने नामांकन भर चुका है।उनका मैदान में उतरना समीकरण उलट फेर होगा । कांग्रेस तथा भाजपा पर भारी पड़ सकता है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह अपने फ़ैसले में अटल रहेगा अपनी नामांकन वापस लेने से साफ इनकार कर दिया है वह निर्दलीय चुनाव लड़ने शत प्रतिशत मन बना लिया है। अब देखना यह है कि 31 तारीख के बाद क्या समीकरण बैठता है।