
शातिर चोर मस्तूरी पुलिस के गिरफ्त में*
*चोरी की बाइक बेचे जाने के प्रयास में आरोपी हुआ गिरफ्तार*
*एक नग हीरो होंडा एचएफ डीलक्स एक नग स्कूटी जप्त*
*जप्त बाइक की कीमत लगभग 60000 रुपये*
*एक बाइक बलौदाबाजार क्षेत्र तथा दूसरी बाइक बिलासपुर क्षेत्र से चोरी किया था आरोपी*
*भीड़ भाड़ वाले जगह से मौका पाकर चुरा लेता था बाइक*
*नम्बर प्लेट बदलकर कर रहा था वाहन का उपयोग वायजर पर लिखा रखा था प्रेस*
* बिलासपुर,:^ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अज्ञात व्यक्ति चोरी की मोटरसाइकिल बेचने के प्रयास में जयरामनगर मैं आस-पास ग्राहक ढूंढ रहा है। सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को देकर थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह के द्वारा एक पुलिस टीम का गठन कर टीम को मौके पर कार्रवाई हेतु रवाना किया गया। जहां पर पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और जयरामनगर फाटक के पास नीले काले रंग की एचएफ डीलक्स बाइक वाहन क्रमांक सीजी 11 एजी 5753 पर सवार मिला। पुलिस टीम को आता देखकर वह भागने का प्रयास किया उसके सन्दिग्ध आचरण को देखकर उसे घेराबंदी कर पकड़ा गया पूछताछ करने पर वह व्यक्ति अपना नाम राम निवास पैकरा पिता लखन पैकरा निवासी पचपेड़ी बताया। जिससे बाइक के संबंध में पूछताछ किया गया तो वह बाइक को भाई को तोरवा क्षेत्र से चोरी करना बताया तथा बाइक के संबंध में कोई भी दस्तावेज नहीं होना बताया पुलिस टीम ने थोड़ी सख्ती से पूछताछ की तो उसने एक और एक्टिवा वाहन क्रमांक CG 22 JD 7709 बलोदा बाजार से चोरी करना बताया जिसे वह अपने घर में छुपा कर रखा है। पुलिस टीम के द्वारा आरोपी को हिरासत में लेकर उसके द्वारा चोरी की गई एक्टिवा को भी बरामद किया गया।आरोपी रामनिवास पैकरा ने बताया कि *वह भीड़ भाड़ वाले जगह से बगैर लॉक किये दो पहिया वाहन को निगरानी में रखता था*
और मौका पाकर चोरी कर लेटा था चोरी किए *एचएफ डीलक्स को नंबर प्लेट बदलकर इस्तेमाल कर रहा था साथ ही एक्टिवा को घर में छुपा कर रखा था ग्राहक मिलते ही उसे बेचने के प्रयास में था जप्तशुदा दोनों बाइक का मूल्य लगभग 60000 रुपये है*। आरोपी रामनिवास पैकरा के विरुद्ध थाना मस्तूरी में इस्तगासा क्रमांक *03 /2020 धारा 41(1-4) दंड प्रक्रिया संहिता/370 भारतीय दंड संहिता* के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय रिमांड पर प्रस्तुत किया गया
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह प्रधान आरक्षक देवमुन पुहुप तथा आरक्षक संतोष पाटले की सराहनीय भूमिका रही।