
बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में विशेष सीबीआई अदालत के फैसले पर क्या कहते हैं भाजपा और कांग्रेस के नेता।*
पथरिया –जिला पंचायत सदस्य जागेश्वरी वर्मा ने कहां कीबाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी दोषियों को बरी करने का विशेष अदालत का निर्णय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय व संविधान की परिपाटी से परे है सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की खंडपीठ के 9 नवंबर 2019 के निर्णय के मुताबिक बाबरी मस्जिद को गिराया जाना एक गैर कानूनी अपराध था पर विशेष अदालत ने सभी दोषियों को बरी कर दिया विशेष अदालत का निर्णय साफ तौर से सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के भी प्रतिकूल है।
पूरा देश जानता है कि भाजपा आर एस एस व उनके नेताओं ने राजनीतिक फायदे के लिए देश और समाज के सांप्रदायिक सौहार्द भंग करने की इस साजिश में शामिल थी

यहां तक कि उस समय झूठा शपथ पत्र देकर सुप्रीम कोर्ट तक को बरगलाया गया इन सब पहलुओं तथ्यों व साक्षयो को परखने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद को गिराया जाना गैर कानूनी अपराध ठहराया था।
संविधान समाजिक सौहार्द और भाईचारे में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति उम्मीदवार अपेक्षा करता है की विशेष अदालत के इस तर्क विहीन निर्णय के विरुद्ध प्रांतीय केंद्रीय सरकार है उच्च अदालत में अपील दायर करेगी तथा बगैर किसी पक्षपात या पूर्वाग्रह के देश के संविधान और कानून की अनुपालन ना करेगी। यही संविधान और कानून की सच्ची परिपाटी है।

वही नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है की यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति पर न्याय और सत्य का करारा प्रहार हैं
कौशिक ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में विशेष सीबीआई अदालत के फैसले का स्वागत किया हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं को इस मामले में बरी किये जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि हम प्रारम्भ से ही कहते रहे हैं कि हमारे नेताओं पर लगाये गए तमाम आरोप गलत और बेबुनियाद हैं आगे कहा कि अय्योध्या राम जी की जन्म भूमि है कुछ दिनों पहले माननीय सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला आया था राम जन्मभूमि के पक्ष में जो एक ऐतिहासिक निर्णय था आज वहा राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो चुका है जिससे पूरे देश मे खुसी की लहर है हमे देश की न्याय व्यवस्था और संविधान पर पूर्ण विश्वास रहा हैं जिसका परिणाम आज सत्य की जीत के रूप में आया हैं। वास्तव में आज दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति पर न्याय और सत्य का करारा प्रहार हैं।
कुछ महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था जिसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी जी द्वारा भूमि पूजन किया गया था अब हमारे आराध्य श्री राम का भव्य मंदिर आयोध्या में बनेगा सभी की जनभावनाओं का हम हमेशा सम्मान करते आये है यह फैसला ऐसे समय मे आया है अब राम मंदिर का निर्माण आरम्भ हो चुका है जहाँ स्वंम भगवान राम विराजमान है वहाँ अन्याय नही हो सकता।