करगीरोड कोटा ( ब्यूरो चीफ विकास तिवारी)
खाने की जगह दो दिन से पोहा खिला रहा स्कूल प्रबंधन
भाजपा नेत्री ने दी पत्रकार को धमकी की कैसे छापते हो देखती हूं
डीकेपी स्कूल में बच्चों के मध्यान्ह भोजन में बरती जा रही अनिमितता
करगीरोड कोटा – विकासखंड के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक शा डी के पी स्कूल में पिछले दो दिनों से बच्चों को मध्यान्ह भोजन में पोहा खिलाया जा रहा है और इसका कारण स्कूल प्रबंधन और भोजन बनाने वाला समूह ये बतलाता है कि पानी नहीं है । कोटा के डीकेपी स्कूल में पिछले दो दिनों से बच्चों को मध्यान्ह भोजन की जगह पोहा बना कर खिलाया जा रहा था । मीडिया को जब इस बात की जानकारी हुई तो खबर की सत्यता जानने के लिए मीडिया वहां पहुंचा तो बात सहीं ही निकली । मध्यान्ह भोजन बनाने वाला समुह मध्यान्ह भोजन की जगह पोहा बना रहा था । पूछने पर पता चला कि दो दिन से पोहा ही खिलाया जा रहा है । स्कूल में पानी की व्यवस्था नहीं है ऐसे में खाना नहीं बनाया जा सकता । स्कूल के प्रधान पाठक पी सी दुबे एक कदम आगे निकलते हुए कहते हैं कि स्कून में दो दिन से पानी नहीं है कुछ नहीं से तो अच्छा है कुछ तो मिल रहा है । इस बात की जानकारी प्रिसिंपल मैडम को भी दे दिया गया है ।
सरकार की मध्यान्ह भोजन जैसी महत्वपूर्ण योजना गैर जिम्मेदार शिक्षकों और मध्यान्ह भोजन बनाने वाले समूहों की गैरजिम्मेदारी की भेंट चढ़ रही है । शिक्षक और समूह इतना निकम्मा की बच्चों के खाने के लिए दो बाल्टी पानी की व्यवस्था नहीं कर सकते । और बहाना भी ऐसा कि किसी के गले ना उतरे । यदि इनके घर दो दिन पानी ना आए तो क्या ये कहीं से व्यवस्था नहीं करेंगे ।
डी के पी स्कूल में मध्यान्ह भोजना के संचालन में पूर्व में भी इस प्रकार की दिक्कतें आ चुकी है लेकिन प्रबंधन इस समस्या को दूर करना ही नहीं चाहता । बच्चों को पोहा खिलाने से अच्छा होता कि मध्यान्ह भोजन चलाने वाला रानी सागर स्व सहायता समूह बच्चों के लिए दो बाल्टि पानी की व्यवस्था कर लेता और अपनी जिम्मेदारी बेहतर ढंग से निभाता ।
इस संबंध में जब स्कूल के प्रधान पाठक से बात की गई तो उनका कहना था कि – पिछले दो दिन से स्कूल का पंप खराब है पानी नहीं आ रहा है इसलिए ये व्यवस्था की गई है इसकी जानकारी प्रिसिपल मैडम को भी है ।
वहीं रानी सागर स्व सहायता समूह की अध्यक्ष का कहना था – पानी नहीं है तो क्या करें । सर लोग बोले पोहा बना दो तो पोहा बना दिए हैं ।
डीकेपी स्कूल की प्राचार्य अनिता दुबे भी अपना पल्ला झाड़ते हुए जानकारी से इंकार करने लगी उनका कहना था – मैं तो छुट्टी में थी इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है । बोर खराब था कभी कभी पोहा खिलाया जा सकता है ।
भाजपा नेत्री ने मीडिया को धमकाया – स्कूल के प्रधान पाठक पी सी दुबे की पत्नि साधना दुबे जो कि भाजपा नेत्री भी है ने मीडिया को खबर ना छापने की धमकी देते हुए कहा कि देखती हूं कैसे खबर लगाते हो । कौन कोैन स्कूल गया था सब को देख लूंगी ।
समझा जा सकता है कि स्कूल प्रबंधन अपनी नाकामी और गैरजिम्मेदाराना हरकत को छुपाने के लिए अब ऐसे हथकंडों का सहारा भी लेने लगा है ताकि सच्चाई सामने ना आने पाए । जबकि होना ये चाहिए कि ऐसी दिक्कतों को दूर कर अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें और मीडिया को अपना काम करने दें ।