छःग ब्यूरो चीफ पी बेनेट(7389105897)
17 वर्ष की नाबालिग बालिका को दरमियानी रात मेँ ही,कुछ ही घंटों में, सूझबूझ से पतासाजी कर दस्तयाब किया.*
बिलासपुर:-लाल खदान महमंद मेँ मुंगेली जिला निवासी मजदूर माता-पिता किराये का मकान लेकर निवास करते हैं तथा शहर के बड़े नामी होटल मेँ काम करते हैं, दिन भर काम करके जब रात मेँ घर पहुचे तो मालूम चला क़ि उनकी बड़ी बच्ची, 17 वर्षीय लड़की,घर से शाम को अपने छोटे भाई को खाना खिला कर सुलाने के बाद बिना बताए 7:00 बजे करीबन कहीं चली गई, रात्रि में लगभग 12:15 बजे तोरवा थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी लड़की बिना बताए कहीं चली गई है, आसपास पतासाजी करने के बाद पता नहीं चला तो थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराएं.
तोरवा पुलिस ने बिना समय गवाएं रिपोर्ट को गंभीरता से लिया, तत्काल अपराध पंजीबद्ध किया एवं वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाकर नाबालिक लड़की की पतासाजी में लग गए. रात्रि में तत्काल रात्रि दिवस अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक भरत राठौड़ ने रात्रि सेक्टर अधिकारी के रूप में शहर मेँ गस्त कर रहे थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी को उक्त अपराध के कायमी की समय पर सूचना दी, जिसे थाना प्रभारी ने गंभीरता से लिया एवं तत्काल थाना पहुंच कर खुद ही अपनी उपस्थिति मेँ आवेदिका से नाबालिग बालिका के बारे में पूछताछ की गई, उसके खुद के मोबाइल पर जब थाना प्रभारी ने तस्दीक किया तो शाम के समय में एक मिस्ड कॉल मिला, जिस पर किसी लड़के ने फोन किया था, लेकिन उसके द्वारा लड़के ने कोई भी बातचीत नहीं की. वह नंबर तोरवा पुलिस को संदेहास्पद लगा. उस पर कॉल करने पर वह नंबर रायपुर, दुर्ग में किसी मेला में फेरी दुकान लगाने वाले दुकानदार का था,जिसे दूरभाष पर ही कड़ाई से पूछताछ की गई,एवं नाबालिग बालिका के संबंध में तत्काल जानकारी देने के लिए हिदायत दिया गया, यह आशंका थी कि नाबालिग बालिका मेला के किसी दुकानदार के अंदर में काम करने वाले किसी लड़के के संपर्क में है, रात भर लगातार थाना प्रभारी एवं सहायक उप निरीक्षक द्वारा विभिन्न तरीकों से उस मोबाइल नंबर धारक को नाबालिक लड़की की जानकारी देने के लिए बाध्य क़िया गया, कानूनी प्रक्रिया को भी समझाया गया, उसके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर की गई लेकिन 1 घंटे बाद जिला जांजगीर के अकलतरा, किरारी मेँ नाबालिग बालिका के होने की जानकारी तोरवा पुलिस को मिली, तत्काल पुलिस ने किरारी मेँ रेड किया एवं दूर के रिश्तेदार के यहां से नाबालिग बालिका को बरामद किया गया, इस तरह से कुछ ही घंटों में आवेदिका की उपस्थिति में ही तोरवा पुलिस नाबालिग बालिका तक पहुंच गई एवं सकुशल समझा-बुझाकर उसे घर ले आई…
##यदि नाबालिग बालिका रायपुर या दुर्ग तक पहुंच पाती तो उसे खोज पाना मुश्किल था, क्योंकि जगह जगह पर मेला लगाने वाले व्यक्ति एक ही स्थान पर स्थाई रूप से नहीं रहते तथा फेरी लगाने के लिए यहां वहां घूमते रहते हैं.
##इस तरह अपराध कायम होने के कुछ ही घंटों में नाबालिग बालिका को बरामद करने में तोरवा पुलिस को सफलता मिली.
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी के अलावा सहायक उपनिरीक्षक भरत राठौर, दादुरैया ठाकुर,राकेश तांडे, पेट्रोलिंग आरक्षक नरेन्द ध्रुव की सराहनीय भूमिका रही .