छ ग ब्युरो चीफ पी बेनेट
आज के दौर में देखा जाए तो तंबाकू गुटखा का सेवन करना एक फैशन सा हो गया है इसके गिरफ्त में बच्चे जवान बुजुर्ग अभी आ चुके हैं विशेषकर देखा जाए तो आज के जवानों में गुटखा खाने की बुरी लत विशेष कर पाया जाता है ऐसे लोग भी होते हैं जो दिन में 15 से 20 पाउच खा लेते हैं वे जानते हुवे भी नजर अंदाज करते है जिनके कारण भयंकर बीमार को देता है आमन्त्रण।एक ऐसे ही एक युवक के पेट सी निकल पत्थर का गोला
मुँह का कैंसर – गुटखे का लगातार सेवन करने वाले लोगों के जीभ, जबड़ोंव गालों के भीतर संवेदनशील सफेद पेच बनने लगते है और मुँह में कैंसर की कोशिकाएं विकसित होने लगती है जिसके बाद मुँह का खुलना धीरे धीरे बंद होने लगता है और मुँह में पूरी तरह फैल चुका ये कैंसर बहुत बार जानलेवा भी साबित होता है।
डीएनए को क्षति – गुटखा खाना शरीर के हॉर्मोन्स को तो प्रभावित करता ही है साथ ही इसके सेवन से डीएनए को भी क्षति पहुंचने की आशंका बढ़ जाती है।
फेफड़ों का कैंसर – गुटखे से होने वाला नुकसान केवल मुँह के कैंसर तक ही नहीं रुकता बल्कि गले और श्वासनली से होता हुआ फेफड़ों में पहुंच कर कैंसर का रूप ले लेता है।
दिल को भी पहुँचता है नुकसान – गुटखे के थोड़ी सी मात्रा का सेवन दिल की बीमारियों के लिए भी जिम्मेदार होता है और उच्च रक्तचाप रहने का सम्बन्ध इसके सेवन से ही होता है।
पेट की तकलीफ़ – अनजाने में गुटखे की लगायी गयी लत पेट में दर्द और अल्सर जैसी बीमारियां पैदा कर देता है और इसके सेवन से एसिडिटी की शिकायत रहना एक आम बात है।
अनिद्रा की समस्या – गुटखे में मौजूद नशीले पदार्थ जहाँ व्यक्ति को अच्छा महसूस कराते हैं वहीँ इसका सेवन अनिद्रा जैसे रोग भी उत्पन्न करता है।
गर्भवती महिलाओं को हानि – गुटखे का सेवन करने वालों में महिलाओं का नाम भी शुमार है। प्रेग्नेंसी के दौरान गुटखे का सेवन शिशु के वज़न को प्रभावित करता है और नशीले पदार्थों के सेवन से कई बार गर्भपात की स्थिति भी आ जाती है। इसके अलावा गुटखे का सेवन महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित भी करता है और बुढ़ापे के लक्षण भी जल्दी ले आता है।
सेक्स क्षमता पर प्रभाव – रिसर्च बताते हैं कि गुटखे का जीभ, जबड़ों बढ़ावा देता है बल्कि इसके सेवन का सबसे ज़्यादा कुप्रभाव सेक्स क्षमता पर पड़ता है और इससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता के समाप्त हो जाने की संभावना भी रहती है।
गुटखे के सेवन से कोई फायदा नहीं होता बल्कि शरीर के हर अंग को नुकसान पहुंचाता है जिसे बिना सोचे जाने ही अपनी दिनचर्या का एक जरुरी हिस्सा बना लिया जाता है। लेकिन अब आप जान गए हैं कि गुटखा सेहत का दुश्मन है दोस्त नहीं।