छःग ब्यूरो चीफ पी बेनेट(7389105897)
संत किसी एक समाज के नहीं बल्कि पूरे मानव समाज के लिए होते है- मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार
मंत्री श्री गुरू शामिल हुए पथरिया के ग्राम नगपुरा में आयोजित गुरू घासी दास जयंती समारोह में
मुंगेली 29 दिसम्बर 2020// छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ग्रामोद्योग विभाग के मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने कल 28 दिसम्बर को जिले के विकास खण्ड पथरिया के समीपस्थ ग्राम नगपुरा में आयोजित बाबा गुरू घासी दास की जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होने आस्था और श्रद्धा के प्रतीत जैतखाम की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख-शांति एंव समृद्धि की कामना की। इसके पूर्व समाज के लोगों ने मंत्री गुरू रूद्र कुमार का बाजे गाजे के साथ भव्य और ऐतिहासिक स्वागत किया।
बाबा गुरू घासीदास जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने कहा कि संत किसी एक समाज के लिए नहीं बल्कि पूरे मानव समाज के लिए होते है। महान संत और समाज सुधारक बाबा गुरूघासीदास ने भी अपने उपदेशों में देश और दुनिया को मानवता का संदेश दिया। जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होने कहा कि बाबा ने अपने उपदेशों में समतामूलक समाज निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसे साकार करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार कहा कि सरकार का यह प्रयास रहेगा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के भरपूर अवसर मिले। उनमें काफी प्रतिभा है और अवसर मिलने पर वे अपनी प्रतिभा को और भी अधिक निखार सकते हैं। ज्ञान और शिक्षा ऐसा धन है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता, बल्कि इस धन को जितना बांटा जाए वह उतना ही बढ़ता है। उन्होने युवा पीढ़ी से आव्हान किया कि वे खूब मन लगाकर पढ़ें और अपने घर-परिवार, समाज, राज्य तथा देश की उन्नति में सहभागी बनें। समारोह में उन्होने राज्य शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक श्री राजेन्द्र शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति जागेश्वरी वर्मा, श्रीमति आंबलिका साहू, वंशी उल्लाह खाॅ, पथरिया जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री ग्वाल दास अनंत, सरगांव नगर पंचायत अध्यक्ष श्री किट्टू तिवारी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष श्री इंदिरा साहू, पूर्व जिला पंचायत सदस्य शशी घृतलहरें, ग्राम के सरपंच श्री नेतराम साहू, सहित श्री विनोद दिवाकर, श्री निर्मल दिवाकर और बडी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।