विकास तिवारी के रिपोर्ट
*अव्यवस्थाओं के बीच सामुदायिक-स्वास्थ्य-केंद्र कोटा में,,आयुष्मान-योजना में नाम जुड़वाने के लिए लाइन में लगे रहे हितग्राही।*
*आफिस कार्यालय के छोटे से कमरे में नाम जुड़वाने के लिए लोग होते रहे परेशान,,बुजुर्ग और महिलाएं हुए ज्यादा हलाकान।*
*दिनांक:-17-01-2019*
*करगीरोड-कोटा:-केंद्र-सरकार द्वारा प्रदत्त बेहतर स्वास्थ्य-सुविधा के लिए आयुष्मान-योजना के तहत देश के सभी राज्यों में कमजोर तबके के लोगों के लिए लागू की गई है, जिसमें की 5-लाख तक इलाज कराने की बात केंद्र सरकार द्वारा बताई जा रही है इससे पूर्व में प्रदेश में भारतीय जनता-पार्टी की सरकार के रहते मुख्यमंत्री-स्वास्थ्य-बीमा योजना स्मार्ट कार्ड जैसी योजना प्रदेश में लागू थी, पर हाल ही में विधानसभा चुनाव में भारतीय-जनता-पार्टी की करारी-हार के बाद कांग्रेस की सरकार आने से स्वास्थ्य-बीमा योजना, स्मार्ट कार्ड और आयुष्मान-योजना के नाम वर्तमान सरकार बदलकर राइट-टू -हेल्थ जैसी योजना लागू करने की बात वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य-मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा कही गई है, फिलहाल देखना होगा की स्वास्थ्य-सेवा को लेकर वर्तमान कांग्रेस की सरकार क्या बेहतर कदम उठाती है।*
*उसी कड़ी में आयुष्मान योजना के तहत कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य-केंद्र में नाम जुड़वाने के लिए स्थानीय हितग्राहियों के लोगों की भीड़ आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नाम जुड़वाने के लिए लगी रही, नाम जुड़वाने लोग अव्यवस्था का भी शिकार हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में आयुष्मान-योजना के तहत अलग से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई थी, आफिस कार्यालय के छोटे से कमरे में जहां पर मुश्किल से 2 से 3 लोग ही जा सकते हैं,वहां पर नाम जोड़ा जा रहा था नाम जुड़वाने के लिए उपस्थित हितग्राहियों को काफी मुश्किलों का सामना करना, खासकर महिलाओं बुजुर्गों को परेशानी हुई, नाम जोड़ रहे ऑपरेटर के द्वारा बताया गया की अभी यह काफी दिनों तक चलेगा, हितग्राही लोगों को बताया भी जा रहा है ,पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है, वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से हितग्राहियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, ओपीडी बंद होने के बाद भी लोगों की भीड़ लगती रही, मौके पर स्वास्थ्य-विभाग का कोई बड़ा अधिकारी दिखाई नहीं पड़ा जिससे कि वैकल्पिक-व्यवस्था की बात मीडिया द्वारा कहीं जा सके।*