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एसडीएम की तत्परता से बची ग्रामवासियों की जान ,

रिपोर्ट- रमाकांत मिश्र

एसडीएम की तत्परता से बची ग्रामवासियों की जान 

सरगांव :-समीपस्थ ग्राम अंडा में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन में से कीटनाशक का प्रसार हो जाने की वजह से ग्राम वासियों की जान पर बनाई थी। प्रशासन की ओर से अनुविभागीय अधिकारी प्रिया गोयल ने अपनी सजगता तत्परता और पूरे मामले में त्वरित कार्यवाही को अंजाम देकर सैकड़ों ग्राम वासियों की जान बचाने का उल्लेखनीय कार्य किया है। हालांकि इस पूरे मामले में एक युवक की जान नहीं बचाई जा सकी, लेकिन आपदा प्रबंधन की अनूठी मिसाल पेश करते हुए प्रशासन की की गई इस कार्यवाही में अन्य ग्राम वासियों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस पूरे मामले की जानकारी में बताया गया कि अचानक प्रशासनिक रूप से यह तथ्य संज्ञान में आया कि, ग्राम पंचायत अंडा में पेयजल आपूर्ति में दूषित पानी की सप्लाई से दर्जनों व्यक्तियों की जान खतरे में है वहीं दूसरी ओर बहुत सारे ग्रामीण हॉस्पिटलाइज्ड है। घटित प्रकरण की दिनांक को गांव के रहने वाले अनेक लोगों को उल्टी दस्त और बुखार की शिकायत होने लगी धीरे धीरे उनकी शारीरिक स्थिति जटिल होती चली गई । अंडा ग्राम के निवासी एक युवककी स्थिति कुछ बहुत ही ज्यादा गंभीर हो गई थी और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई । इशारे घटित घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त होते ही प्रशासन आपदा प्रबंधन की खानापूर्ति में जुट गया किंतु अनुविभागीय अधिकारी प्रिया गोयल ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल समस्त स्वास्थ्य विभाग के संपूर्ण अमले चिकित्सा अधिकारियों सहित विभिन्न कर्मचारियों की, अलग-अलग कार्यों में व्यवस्थित ढंग से ड्यूटी लगाइ। ग्राम अंडा की पल-पल की जानकारी लेकर स्वास्थ्य अधिकारी बंजारे डॉक्टर सहित पूरे स्टाफ को मौके के लिए रवाना किया तथा स्वयं ग्राम वासियों के स्वास्थ्य का हाल-चाल पुष्टि रही। देर रात तक व्यवस्थित ढंग से प्रशासन की सजगता ने अन्य ग्राम वासियों को दूषित पेयजल के सेवन ना करने की ताकीद कराई तथा प्रभावित परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करने के लिए समूचे अमले को भिन्न-भिन्न स्थानों में अलर्ट कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंच कर सभी ग्राम वासियों को स्वास्थ्य का हाल-चाल जानती रहे तथा सबको चिकित्सक की सुविधाएं उपलब्ध कराई लेकिन अंडा ग्राम के श्री प्रमोद कौशिक पिता बेदराम कौशिक 25 वर्ष के कीटनाशक युक्त पानी अधिक मात्रा में पीने की वजह से नहीं बचाया जा सका। एसडीएम प्रिया गोयल स्वयं सदल बल गांव पहुंच गई और अपनी देखरेख में स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सजग कर दिया , और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करके सावधानी बरतने एवं पानी को उबालकर पीने की जानकारी दी गई ।

एसडीएम ने स्वयं किया ग्राम का भ्रमण

एसडीएम ने स्वयं संपूर्ण ग्राम का भ्रमण किया और लोगों का हालचाल जाना इस मौके पर उन्होंने ग्राम वासियों को किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल डॉक्टर डॉक्टर की सलाह लेने की बात कही । उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और इसी प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर से इलाज कराए जाने के लिए कहा ।श्रीमती प्रिया गोयल के निर्देश पर उल्टी दस्त की शिकायत वाले सभी प्रभावित मरीजों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरगांव उप स्वास्थ्य केंद्र रामपुर एवं गंभीर मरीजों को निजी चिकित्सकालयो में भर्ती किया । मुंगेली के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी त्रिलोकीनाथ महेलिश्वर के देखरेख में चिकित्सा शिविर का संचालन किया जा रहा था जिसमें स्वयं चिकित्सा अधिकारी ने पहुंचकर ग्रामीणों का हालचाल जाना और सभी चिकित्सक की सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही । देर रात एक मरीज को सिम्स में रिफर किया गया वहीं कुछ अन्य गंभीर मरीजों को मुंगेली जिला अस्पताल में रिफर किया गया। प्रशासनिक स्तर पर यह बात भी सामने खुलकर आई कि जिस युवक की मौत हुई है उसके द्वारा कीटनाशक का छिड़काव करते समय पाइजन के संक्रमण में आने की वजह से उसकी मौत हुई है । 

कीटनाशक का छिड़काव युवक की मौत का कारण बना

इस पूरे मामले में जिस युवक की मौत हुई उसके द्वारा कीटनाशक का छिड़काव किए जाने की बात सामने आई है लेकिन अन्य ग्रामीणों के प्रभावित होने का कारण समेकित जल परियोजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत में बिछाई गई पाइप लाइन घटिया स्तर की होने की वजह से जगह-जगह से कट फट गई है वहां पर बहुत अधिक मात्रा में खेत हैं खेतों में कीटनाशक का छिड़काव होता है तो खेत में भरे हुए पानी में कीटनाशक मिल जाता है वही कीटनाशक टूटी फूटी पाइप लाइन के माध्यम से आम जनता के घरों तक पहुंच रहा है।

जल इंसान की सांसे हैं-लेकिन यहां दूषितजल ही इंसान की जान के पीछे पड़ी हुई है। ग्राम पंचायत अंडा में दूषित जल की वजह से सैकड़ों लोगों की जान खतरे में चली गई थी। हालांकि आफत अभी टली नहीं है क्योंकि भ्रष्टाचारी तंत्र टूटी हुई पाइप लाइनों को इतनी आसानी से बदलकर मरम्मत करने वाला नहीं है नई पाइप लाइनें बिछाई जाएंगी उसके लिए भी स्वीकृत बजट में भ्रष्टाचार के उम्मीदों को तलाशने वाला प्रशासनिक वर्ग इस तरह की तमाम घटनाओं से ना जाने कब सबक लेगा। फिलहाल घटना लिखे जाने तक प्रशासन के द्वारा बरती गई मुस्तैदी की प्रशंसा में अनुविभागीय अधिकारी प्रिया गोयल ने निसंदेह उल्लेखनीय और सराहनीय कार्य किया है यद्यपि यह उनकी जवाबदारी थी किंतु अपने कर्तव्य बोध से अधिक जाकर उन्होंने जिस मानविता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है वह निसंदेह सराहनीय है। समाचार लिखे जाने तक अन्य ग्रामीण खतरे के प्रति सजग हैं।

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