पी बेनेट 7389105897
मुंगेली:-समावेशी शिक्षा अंतर्गत जिला स्तरीय सेवाकालीन प्रशिक्षण ,टीचर नीड एनालिसिस प्रशिक्षण आज दिनांक 21/01/22को समय 12.00से 1.00बजे तक एंव 2.00से 3बजे तक आयोजित किया गया जिसमे प्रथम पाली में सेवाकालीन प्रशिक्षण में मुंगेली, पथरिया एवं लोरमी विकास खंड से कुल 75 शिक्षक -शिक्षिकाएं जिला से साथ ही साथ टीचर नीड एनालिसिस प्रशिक्षण में प्रति विकास खंड से 50शिक्षकों के हिसाब से तीनों विकास खंड से 150शिक्षक – शिक्षिकाएं ऑनलाइन गूगल मीट में जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त किए।प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक परियोजना समन्वयक आईड शाखा के प्रभारी अशोक कश्यप के द्वारा जुड़कर मास्टर टैनर श्री मति प्रिया यादव बीआरपी पथरिया , संजु सक्सेना बी. आर. पी मुंगेली, रवि लहरे बीआरपी लोरमी एवं वर्चुअल मीटिंग में जुड़े हुए समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को शुभकामनाएं देते हुए प्रशिक्षण प्रारंभ करते हुए 21 प्रकार की दिव्यांगता के बारे में परिचय दिए साथी अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांग बच्चों को केवल अवसर प्रदान करना है विभिन्न गतिविधियों में उन्हें शामिल करते हुए समाज की मुख्यधारा में जोड़ना है, उन्हें सहानुभूति या संवेदना की आवश्यकता नहीं होती है। मास्टर ट्रेनर श्रीमती प्रिया यादव श्री संजीव सक्सेना श्री रवि लहरें द्वारा क्रमशः दिव्यांग बच्चों के पाठ्यक्रम उनके शैक्षणिक गतिविधियां दिव्यांग बच्चों हेतु शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं जैसे बालिका शिष्यवृत्ती ,ट्रांसपोर्ट एलाउंस ,एस्कॉर्ट एलाउंस, रीडर एलाउंस आदि पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया l मास्टर ट्रेनर संजू सक्सेना द्वारा दिव्यांग बच्चों के प्रति शिक्षक एवं समाज का व्यवहार किस तरह से हो, इस पर चर्चा किया गयाl प्रशिक्षण के अंत में ऑनलाइन में जुड़े हुए शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा दिव्यांगता से संबंधित समस्याओं के बारे में प्रश्न पूछा गया ,जिसका सभी मास्टर ट्रेनर के द्वारा सहजता के साथ समस्या का निदान किस प्रकार किया जाए बताया गया गया lइसी तरह श्री रवि लहरें के द्वारा प्रशिक्षण में मानसिक मंदता, शिक्षण अधिगम दिव्यांगता बच्चों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया एवं उनके शैक्षणिक मैं सुधार हेतु कैसे बेहतरीन कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा सकता पर चर्चा किया गया में l कार्यक्रम मे डी. डीएमसी राजीव गांधी समग्र शिक्षा मुंगेली,सहायक परियोजना समन्वयक श्री यू.के.शर्मा सर , बी.आर.सी. सी.श्री एस.के . उपाध्याय जुड़कर उत्साह वर्धन किए