पी बेनेट 7389105897
गुड फ्राइडे पर मसीहियों ने प्रभु येशु मसीह की बलिदान को किया याद
क्रूस पर कही गई सातों वचनों पर किया गया मनन
तख़तपुर– तख़तपुर नगर के सभी चर्च में गुड फ्राइडे की आराधना की गई,सीएनआई चर्च में रेव्ह आशीष वानी की प्रार्थना से आराधना प्रारम्भ की गई, इस अवसर पर क्रूस पर कही गई सातों वचनों का प्रकाशन पहली वाणी रेव्ह आनन्द मसीह वाणी,दूसरी वाणी,एम प्रसाद,तीसरी वाणी एस के एन्ड्रूज,चौथी वाणी, मेघा स्काट,पांचवी वाणी,आशीष राजपाल, छठवीं वाणी,प्रवीण दयाल, सातवी वाणी, एस पी शमूएल ने वचन में बताया कि प्रभु येशु मसीह ने जगत के उद्धार के लिए अपने आप को बलिदान किया ।
प्रभु येशु मसीह को 48 कोड़े ।मरवाकर क्रूस से लादा गया, मुह पर थूका गया,कांटो का ताज पहनाया गया, व हाथों व पैरों में कील ठोकी गई,अनेक यातना दी गई केवल मनुष्य के उद्धार के लिए अपने आप को बलिदान दिया।इस बलिदान को स्मरण कर पापांगीकर कर मनुष्य जाति उद्धार के मार्ग में अग्रसर हो रहे है ।
लघु नाटक के द्वारा क्रुसिफाइ का किया मंचन
महिला सभा के महिलाओं ने आराधना के द्वारा प्रभु मसीह को क्रूस पर लटकाने के दृश्य को लघु नाटिका के द्वारा प्रस्तुत किये, येशु मसीह को पकड़वाए जाने से लेकर क्रूस में लटकाने के बाद उनके द्वारा क्रूस पर सातों वचनों की कही गई,इस दृश्य को देखकर सभा मे उपस्थित सभी लोगो की आंखे नम हो गई,प्रभु के उस दुःख को देखकर सभी लोगों की आहें भर गई, हृदय विदारक दृश्य ऐसा लग रहा था मानो यह पल जीवंत कर गई हो,जिसे देखकर सभा मे उपस्थित कलीसिया के सभी लोगो के आंखों से अश्रु बह रही थी,क्योंकि येशु मसीह ने जो दुःख मानव जाति के लिए ऊठाये और मनुष्यों के सभी पापों को अपने उपर लेकर पीड़ा सही, उनका इस बलिदान को स्मरण कर क्रूस पर कही गई सातों वचनों को वाचन किया गया ,
लघु नाटक में येशु मसीह के पात्र में शिप्रा शमूएल,माता मारिया सिंधिया रानी, मरियम मगदलनी अलिसा जार्ज,सेनापति सिमा शमूएल,निशा विल्सन,महायाजक आराधना मसीह, पिलातुस राजा रूत बेनेट, तथा मंजू जान,मीना नथानिएल,अलका मसीह, सुनीता मसीह ,अपनी अभिनय से क्रुसिफाइ को जीवंत प्रदर्शन किया,इस अवसर पर रेव्ह आशीष वाणी,रेव्ह जे आर पाल,रेव्ह आनंद मसीह के साथ समस्त कलीसिया मौजूद रहे।