छ ग ब्युरी चीफ पी नेनेट
पथरिया में एसडीएम बृजेश सिंह- कोरोना से जागरूक करके दिया जा रहा है समझाइश
नगर पंचायत पथरिया के अधिकारियों ने कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए आम लोगों को जागरूक करते हुए दिया जा रहा है समझाइशनगर पंचायत पथरिया के अधिकारियों ने कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए आम लोगों को जागरूक करते हुए समझाइश दिया जा रहा है।निकाय क्षेत्र में मुनादी के माध्यम से कोरोना वायरस के लक्षणों की जानकारी दी जा रही है। किसी भी स्थान पर 5 लोगों से अधिक एकत्रित ना हों, एक दूसरे से हाथ ना मिलाएं, कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर ही वार्तालाप करने की समझाइश दी जा रही है। निकाय के कर्मचारियों की ड्यूटी उक्त स्थलों पर जागरूकता के लिए लगाई गई है। वहीं दूसरे प्रदेश अथवा बाहर जाकर आए हुए, लोगों से संपर्क कर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उनका परीक्षण कराया जा रहा है। पथरिया क्षेत्र के ग्राम पंचायत बगबुड़वा के 4 लोगो को पथरिया कन्या छात्रावास क्वारंटाइन करके रखा गया है जिसके चलते पथरिया sdm आज लगातार पूरे दिन सुबह 7 बजे से देर रात तक पूरे नगर में मोटरसाइकिल से पेट्रोलिंग करते रहे 3 जगहों पर sdm ने अनावश्यक घूम रहे लोगो की बाइक को जप्ती कर समझाइस दिया ।शासन की योजना उज्वला गैस के लिए लगातार पथरिया गैस एजेंसी में भीड़ एकत्रित हो रहा था उसके लिए भी sdm पथरिया ने एजेंसी में जाकर एकत्रित भीड़ के लिए गैस एजेंसी के पास बांस से बेरीगेट बना कर अनियंत्रित भीड़ को व्यवस्थित किया ।
कोविड 19 कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या से चिंतित प्रशासन शुक्रवार को नगर भ्रमण कर लॉकडाउन में सख्ती दिखाई। सड़कों पर भी अनुचित घूम रहे लोगों पर एस डी एम बृजेश सिंह क्षत्रिय ने लोगों को जागरूक करते हुए दंड के रूप में कान पकड़कर उठक बैठक कराई साथ ही हिदायत देते हुए कहा कि आगे गलती करने पर आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासन लॉक डाउन का पालन करवाने को पूरी जीतोड़ कोशिश में लगा हुआ है। , कस्बे के अंदर गली मुहल्लों में एस डी एम बृजेश सिंह ने मोटरसाइकिल में नगर भ्रमण कर अंदर गली मोहल्ले में अनुचित रूप से घूम रहे लोगों पर सख्ती बरतते हुए लोगों को समझाइश दी जिससे आज पूरे नगर प्रशासन का भय रहा। जिस तरीके से एस डी एम बृजेश सिंह एवं नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने लोगों को जागरूकता एवं अनुशासन का पाठ पढ़ाया जिससे नगर सुनी एवं वीरान नजर आई और लोग धारा 144 का पालन करते हुए घरों से निकलने के लिए कतराते रहे।