ब्यूरो रिपोर्ट
कलेक्टर ने की पीएम किसान और सूर्यघर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा
किसानों के पंजीयन, धान खरीदी और योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने दिए निर्देश
कार्यालयीन समय का रखें ध्यान, विलम्ब से आने पर होगी कार्रवाई – कलेक्टर
मुंगेली // मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा हाल ही में आयोजित कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक ली। बैठक में उन्होंने शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन और जनता से जुड़े मामलों की प्रगति की गहन समीक्षा की और मुख्यमंत्री श्री साय के ‘‘सुशासन, पारदर्शिता और जनहित’’ के निर्देशों को ज़मीन पर उतारने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि कार्यालयीन समय का ध्यान रखें, विलंब से आने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी। इस दौरान उन्होंने धान खरीदी की तैयारियों के संबंध में संतोषप्रद जानकारी नहीं देने पर एसएलआर की सैलरी रोकने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पीएम किसान, सूर्यघर योजना सहित शासन की विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की और जिले में बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक कहा कि गंभीरता से कार्य करें, नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कृषि एवं सहकारिता विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि हर पात्र किसान का पंजीयन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए, उसका रकबा कम होने की स्थिति में इसका स्पष्ट कारण भी दर्ज किया जाए। किसानों के पंजीयन व रकबे के संबंध में यदि कोई दावा-आपत्ति है, तो उसका नियमानुसार व समयबद्ध निराकरण करें। संग्रहण केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे बायोमेट्रिक डिवाइस, बारदानों की उपलब्धता, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, नमी मापक यंत्र आदि पूर्ण रूप से सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने समितियों में एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी, टीआई का नाम चस्पा करने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों की समस्या के समाधान के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी करने कहा।
कलेक्टर ने धान खरीदी में पारदर्शिता व किसी प्रकार की गड़बड़ी रोकने सख्त निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डीसीएस पोर्टल में पंजीकृत किसान, बेचे गए धान का रकबा एवं नए धान की बिक्री की जानकारी उपखंड स्तर पर अद्यतन रूप से उपलब्ध कराई जाए। खुड़िया, छपरवा जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में बाहर से धान की आवक न हो, इसके लिए विशेष निगरानी रखने कहा। उन्होंने शासन के निर्देशानुसार केवल पंजीकृत किसानों के धारित रकबे के आधार पर ही धान खरीदी किए जाने, सेंसिटिव धान खरीदी केंद्रों में गड़बड़ी की आशंका से बचने हेतु सीसीटीवी या फील्ड निरीक्षण द्वारा निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेहतर तरीके से धान की स्टेकिंग करने कहा, ताकि पीवी ऐप का उपयोग कर फील्ड स्तर पर वास्तविक सत्यापन किया जा सके।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अंतर्गत संदिग्ध लाभार्थियों की पहचान एवं भौतिक सत्यापन शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई-केवाईसी व आधार सीडिंग में मौजूद तकनीकी गैप्स को दूर कर पात्र किसानों को समय पर लाभ देना सुनिश्चित किया जाए। एफआरए के लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण हो, जिससे पट्टाधारी एवं पीवीटीजी वर्ग के किसानों को भी योजना का पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को जिले के विभिन्न ग्रामों का सघन निरीक्षण कर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन एवं लाभ वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पीएम सूर्यघर योजना का लाभ लेने किया प्रोत्साहित
कलेक्टर ने पीएम सूर्यघर योजना अंतर्गत प्रगति व लक्ष्य की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक लोगों को योजना से जोड़ते हुए आवश्यक प्रगति लाने कहा। उन्होंने आमजनों को योजना के लाभ उठाने हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित करने निर्देशित किया। साथ विकासखण्ड स्तर पर बैठक लेने तथा योजना का ब्रांडिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने बताया कि 01 किलोवाट के सोलर पैनल लगवाने पर केंद्र सरकार 30 हजार रूपए, राज्य सरकार 15 हजार रूपए की सहायता देगी, जिससे कुल 45 हजार रूपए की सब्सिडी प्राप्त होगी। 02 किलोवाट के सोलर पैनल पर 90 हजार रूपए एवं 03 किलोवाट के सोलर पैनल 01 लाख 08 हजार की कुल सहायता राशि मिलेगी। इसके साथ ही इच्छुक लाभार्थियों के लिए ईएमआई की सुविधा भी उपलब्ध है, जिसके तहत वे 06 प्रतिशत ब्याज दर पर 10 वर्षों की अवधि में आसान किश्तों में भुगतान कर सकते हैं। कलेक्टर ने बताया कि योजना के संबंध में जानकारी के लिए विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता के नम्बर 9406139796 पर सम्पर्क कर सकते हैं। बैठक में कलेक्टर ने आगामी राज्योत्सव की तैयारियों के संबंध में भी चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डेय तिवारी, जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय सहित तीनों अनुविभागों के एसडीएम सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।