छग ब्यूरो चीफ पी बेनेट(7389105897)
खबर छापने पर मिली धमकी, जान से मारने, 376 के फर्जी मामले में फंसाने तक की कही बात, सिटी कोतवाली थाने में मामला दर्ज…
फर्जी आरक्षण से संबंधित खबर से जुड़ा है मामला जिन नंबरों से फोन आया उसमें एक नंबर है रानी भास्कर जनपद का, ट्रू काॅलर से हुआ स्पष्ट।
मुंगेली-एक पत्रकार को मोबाईल पर जान से मारने की मिली धमकी, धमकी देने वाले ने यहां तक कहा कि उसे 376 के झूठे मामले में फंसा देंगे। यह किसी हिन्दी फिल्म की स्क्रिप्ट नही है बल्कि ऐसा सच में हुआ है। यह पूरा वाक्या डरा देने वाला है क्योंकि एक पत्रकार को समाज में सच दिखाने वाला आईना ही माना जाता है ऐसे में अगर खबर छापने पर ऐसी धमकियां मिलेंगी तो फिर समाज को सहीं खबरे कहां से मिलेगी फिर तो कोई शक्तिमान ही खबर छाप सकेगा, पत्रकार नहीं।
मुंगेली के पत्रकार अजीत बघेल ने अपने ब्लाॅग पर एक लेख प्रकाशित किया, जिसका शीर्षक था ’फर्जी आरक्षण का लाभ लेकर बनी जनपद सदस्य, कलेक्टर से हुई शिकायत, अब कार्रवाई का इंतजार’ उक्त खबर के प्रकाशित होने पर उसे धमकी मिलने का मानो सिलसिला ही शुरू हो गया। जिस नंबर से उसे धमकियां मिल रही उसके खिलाफ उसने सिटी कोतवाली में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन प्रस्तुत भी कर दिया है। शिकायत में उसे गंदी गंदी गालियां सुननी पड़ रही, धमकी देने वालों ने उसे जान से मारने एवं 376 जैसे संगीन मामले में फंसा देने तक की बात कही है। पत्रकार की माने तो उसने सभी काॅल की रिकार्डिंग कर ली है। जिसे शिकायत पत्र के साथ थाने में जमा भी कर दी है। चूंकि धमकी एक पत्रकार को मिली है ऐसे में मामला गंभीर तो है ही, अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता दिखाती है, उन लोगों को हवालात की हवा कब तक खिलाती है जिन्होने धमकी दी है।
जान से मारने, काट डालने तक की दी धमकी
पत्रकार अजीत बघेल की माने तो उसे दो अलग अलग नंबरों से फोन आया था पहली बार फोन करने वाली कोई महिला थी जिसने उसे गंदी गंदी गालियां दी और देख लेने की बात कही। वहीं दूसरी बार बात करने वाला सख्श उक्त पत्रकार को काट देने तक की बात कर रहा था, पूरी बात की रिकार्डिंग पत्रकार के पास मौजूद है।
रिकार्डिंग में डरा देने वाली कही गई है बात
उस रिकार्डिंग को जब हमने सुना तो एक पल के लिए हम भी भयभीत हो गए और हमे भी लगा कि समाज को सच का आईना दिखाना हमें खुद को इतना भारी पड़ेगा हमने कभी सोचा भी नही था, क्योंकि धमकी देने वालों ने जान से मारने, काट डालने, 376 जैसे मामले में फंसाने की बात कही है। इसके अलावा पूरी रिकार्डिंग गंदी गंदी गालियों से भरी पडी है।
पत्रकारों में रोष
पत्रकार के साथ ऐसी घटना पर साथी पत्रकारों ने भारी रोष जताया है, वहीं इस मामले पर थाने पहुंच कर आवेदन प्रस्तुत कर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।