छ ग ब्यूरो चीफ पी बेनेट
रायपुर:-छत्तीसगढ़ विधानसभा में विगत 19 वर्षों से गर्भ गृह में प्रवेश पर स्वयमेव निलंबन के बने नियम को विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारियों की बैठक में बुधवार को सराहना मिली बैठक में प्रदेश की विधानसभा में इस नियम को लागू करने पर सहमति भी बनी है. विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारियों की बैठक दिल्ली में हुई जिसमें पीठासीन अधिकारी विधान मंडलों के सचिव प्रमुख शामिल हुए .बैठक की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की जिसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े विशेष रूप से शामिल हुए. बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ मोहन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ विधानसभा में गर्भ गृह में प्रवेश पर स्वामियों निलंबन का नियम लागू है .और इसमें सदस्यों में आत्म अनुशासन की भावना का निरंतर विकास हो रहा है उन्होंने कहा कि इस नियम से सभा के सुचारू संचालन में सहायता प्राप्त है. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रश्नोत्तरी सूची एक दिन पूर्व वितरित कर दी जाती है और इसका क्रमिक विकास करते हुए इसे एक दिवस पूर्व विधानसभा की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया जाता है इसे सदस्यों की सुविधा हो जाती है पहली बार चुनकर आए हैं लेकिन उनकी सभा में बोलने का अवसर प्रदान किया जाए बैठक में प्रवेश कर विधान मंडलों में लागू करने पर बैठक में आम सहमति बनी।