छ ग ब्युरो चीफ पी बेनेट
नेहरू बाल विकास केंद्र तखतपुर में शासन के निर्देशानुसार खसरा रूबेला रोग के टीकाकरण किया गया इस दौरान शाला के प्राचार्य श्रीमती प्रीति दुबे ने बताया कि शासन के आदेशानुसार पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क किया गया तत्पश्चात विभागों के सहमति से आज दिनांक 6/12 /2018 को टीकाकरण कराया गया
टीकाकरण के महत्व के बारे में साला का डायरेक्टर पी बेनेट ने बताया की खसरा एक जानलेवा बीमारी है बच्चों में अपंग आता है और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है खसरा बहुत ही संक्रामक रोग है खसरा बच्चों को निमोनिया दस्त और दिमागी संक्रमण जिसे जीवन के लिए घातक जटिलताओं के प्रति संवेदनशील बन सकता है खसरा के आम लक्षण इस प्रकार है तेज बुखार के साथ त्वचा पर दिखाई पड़ने वाली लाल चमकते खांसी बहती नाक लाल आंखें दिखाई पड़ती है
रूबेला रोग
अगर स्त्री को गर्भ वस्था के आरंभ में रूबेला संक्रमण होता है तो सीआरएस जन्मजात रवेला सिंड्रोम विकसित हो जाता है जो जो नवजात शिशुओं के लिए गंभीर और घातक साबित हो सकता है प्रारंभ में गर्भावस्था के दौरान रूबेला से संक्रमित माता ने जन्मे बच्चों में दीर्घकालीन जन्मजात विसंगतियों से पीड़ित होने की संभावनाएं बढ़ जाती है जिससे आंख ग्लूकोमा मोतियाबिंद कान बहरापन मस्तिक मानसिक मंदता प्रभावित होते हैं पता दिल के बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है जिला से गर्भवती स्थिति में गर्भपात अकाल प्रसव के संभावना संभावनाएं बढ़ जाती है अतः शासन के इस योजना को सहज स्वीकार कर बच्चों की यह रूबेला टीका अवश्य लगवानी चाहिए