छ ग ब्युरो चीफ पी बेनेट
विकलांग दंपति गरीबी, बेबस जिंदगी जिनो को मजबूर,नही है ट्री साइकिल ,सब्जी भाजी बेचकर करता है जीवन यापन,
आज देखा जाय तो ,,सरकार के द्वारा विकलांगों के लिए विभिन्न प्रकार की योजना चलाई जा रही है विकलागों को निःशुल्क सायकल,दिव्यांग वाहन, पेंशन, अनेक प्रकार से निसक्तो के उत्थान के दिशा में कार्य किया जा रहा है ,पर इन दंपति पर नजर किसी का क्यो नही पड़ता,,
यह कोई किस्सा ,कहानी नही है यह वास्तविक घटना है उन्हें काफी लोग रोजाना देखते है,पर किसी ने भी उनके आवाज को उठाने वाले कोई नही मिला,,
ग्राम पंचायत कुरानकांपा के रहने वाला, विकलांग देवप्रसाद पिता रामलोचन उसका पत्नी भी विकलांग है ,,पर उसके पास सरकार का दिया हुआ सायकल नही है ,उसके पास 7वर्ष पूर्व में मुंगेली मिशन संस्था से मिला था वह भी टूट चुका है,, उसमे लकड़ी का स्टूल लगा कर बैठता है कभी चलता है तो कभी बिगड़ जाता,जिनके कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,, फिर भी वह सब्जी भाजी बेचकर अपना जीवन यापन करता है ,उसे रोजाना काफी लोग तख़तपुर सब्जी बाजार में देखते होंगे, देवप्रसाद के परिवार में विकलांग पत्नी,पांच बच्चे, में तीन लड़की दो लड़के है उनको परिवार चलाने में काफि दिक्कतो का सामना करना पड़ता है ,देवप्रसाद ने बताया कि इसकी जानकारी पंचायत के साथ संबधित अधिकारी को अनेको बार जानकारी दिया जा चुका है पर आज तक कोई भी सहयोग नही मिला,,इसी कारण से किसी भी तरह अपना बोझ उठा रहे है,,