राजेश सोनी
शहर में होली की धूम,मुहूर्त और उपाय….
तखतपुर(बिलासपुर):शहर में आपसी भाई-चारे का प्रतीक होली का त्योहार धूमधाम से मनाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। 9 मार्च को होली की पूजा व दहन किया जाएगा और 10 मार्च को रंगों का महापर्व होली मनाया जाएगा। पर्व के आगमन से बाजारों में रौनक बढ़ गई है। हर तरफ दुकानों में रंग गुलाल व रंग बिरंगी पिचकारियां सजी हुई हैं। शहर के बाजार में होली पर्व पर प्रयोग में लाए जाने वाले पिचकारी रंग गुलाल की खरीदारी का दौर जारी है। शहर के बाजारों में ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। क्षेत्र में होली की तैयारियां बंसत पंचमीं से शुरू हो जाती है। बंसत पंचमी के दिन पूजा अर्चना के साथ होली का पर्व शुरू हो जाता है। उसके बाद टहनियां एकत्र कर होली बनाई जाती है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन होली की पूजा अर्चना के बाद शाम के समय होली का दहन किया जाता है। पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में पुलिस की सतत निगरानी रहेगी।लड़ाई झगड़ा हुल्लड़ को नियंत्रित करने,विशेष इंतजाम किये जायेंगे एवं सड़कों पर गश्त भी बढ़ाई जायेगी।
होली 2020 शुभ मुहूर्त:-
संध्या काल में- 06 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 49 मिनट तक
भद्रा पुंछा – सुबह 09 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 51 मिनट तक
भद्रा मुखा : सुबह 10 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक।
उपाय:-
होलिका दहन तथा उसके दर्शन से शनि-राहु-केतु के दोषों से शांति मिलती है।
घर में भस्म चांदी की डिब्बी में रखने से कई बाधाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं।
जलती होली में तीन गोमती चक्र हाथ में लेकर अपने (अभीष्ट) कार्य को 21 बार मानसिक रूप से कहकर गोमती चक्र अग्नि में डाल दें तथा प्रणाम कर वापस आएं।
होली का पर्व प्रेम व भाई चारे का प्रतीक है। इस दिन रसायन युक्त रंगों का प्रयोग न करें प्राकृतिक रंगों को प्रयोग करें। रसायन युक्त रंगों के प्रयोग से त्वचा व आंखों को नुकसान हो सकता है। इस लिए होली खेलने से पूर्व अपने चेहरे व शरीर पर सरसों का तेल लगा लें। ताकि रसायन युक्त रंगों से नुकसान की संभावना कम हो सके। आंखों में अगर रंग गिर जाए तो तुरंत ठंडे पानी से आंखों को साफ कर ले और तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवाई डालें।