कृषि विज्ञान केंद्र मुंगेली द्वारा पोषण बाड़ी योजना अंतर्गत ग्राम खुर्सी में किया सब्जियों के बीज का वितरण

छग ब्यूरो चीफ पी बेनेट(7389105897)

कृषि विज्ञान केंद्र मुंगेली द्वारा पोषण बाड़ी योजना अंतर्गत ग्राम खुर्सी में किया सब्जियों के बीज का वितरण

महिलाओं को दी बाडी में ही पोषण वाटिका का निर्माण करने की सलाह

मुंगेली 20 अक्टूबर 2020// इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मुंगेली द्वारा 10 चयनित गौठान ग्रामों में प्रत्येक गाँव से 20 कृषको की बाडियों का निरीक्षण कर इन ग्रामों का चयन पोषण बाडी योजना के अंतर्गत किया है। चयनित ग्रामों में से ग्राम खुर्सी के 20 कृषकों की बाडियों का पुनः निरीक्षण करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ श्रीमति नेहा लहरे सुश्री प्रमिला जोगी ने प्रत्येक कृषकों की बाडी हेतु फलदार पौधे जैसे नीबू, आम, अमरूद, आँवला, गंगा बेर, करोंदा, पपीता, इमली इत्यादि एवं सब्जियों का बीज जैसे- मुख्य रूप से भिंडी, फ्रेंच बीन, पालक, गाजर, मूली, खीरा, करेला, कद्दू, रखिया आदि के बीज वितरण किया गया। इस दौरान कृषि विज्ञानं केंद्र मे संलग्न ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (त्।ॅम्ध्त्म्।क्ल्) कार्यक्रम के विभिन्न कृषि महाविद्यालय के स्थानीय छात्र भी उपस्थित थे

। उल्लेखनीय है कि पोषण बाड़ी योजना का कियान्वयन डाॅ. आर.एन. शर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक श्रीमती नेहा लहरे ने हितग्राहियों को प्रेरित करते हुए कहा कि महत्वपूर्ण योजना में पोषण बाड़ी योजना के अंतर्गत जो पौधे तथा बीज दिए जा रहे हैं उसे वैज्ञानिक पद्यति से लगाकर ही पोषण आहार की पूर्ति हो पाएगी तथा परिवार में पोषक आहार के लिए जरुरी फल, सब्जी, भाजी आदि के लिए हम बाजार में निर्भर न रहकर अपने घर में ही पूर्ति कर आत्मनिर्भर रह सकते है। इस अवसर पर उन्होने कहा कि महिलाओं पर अपने तथा अपने परिवार की पोषण की जिम्मेदारी होती है। इसके लिए उन्होने अपने बाडी में ही पोषण वाटिका का निर्माण करने की सलाह दी ।

वैज्ञानिक सुश्री प्रमिला जोगी ने कृषको को बीज को क्यारी बनाकर मांदा में लगाने की सलाह दी । ताकि अधिक उत्पादन लिया जा सके । उन्होने पौधों को आवश्यकता के अनुसार निश्चित दूरी में लगाये की भी सलाह दी। योजनांतर्गत के नियमों के अनुसार सभी सब्जियोँ की उन्नत किस्मोँ को भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बैंगलोर तथा भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी से मंगाया गया है, ताकि किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज प्राप्त हो सके एवं मुंगेली जिले मे सब्जीयों का उत्पादन बढाया जा सके। कृषकों हेतु कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र टिंगीपुर-चमारी में टमाटर, बैगन एवं मिर्च का पौध तैयार किया जा रहा है जिसका वितरण चयनित बाडियों में किया जा रहा हैं। कृषकों द्वारा लगायी गयी बाडियों के सम्बंध में वैज्ञानिकों द्वारा समय समय पर उत्पादन सम्बंधित तकनिकी जानकारी दी जायेगी एवँ उनके समस्याओं की समाधान किया जायेगा। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुये कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा योजना का क्रियान्वयन मुंगेली जिले में किया जा रहा है ।

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