छःग ब्यूरो चीफ पी बेनेट(7389105897)
रायपुर,:-स्पर्श एक कोशिश द्वारा संस्थापिका अनिता लुनिया के निवास स्थान, महाराष्ट्र मंडल के पास,रामकुंड, चौबे कॉलोनी, रायपुर में “महिलाओं एवं युवतियों को शोषण से बचाव” विषय पर मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता, प्रसिद्ध समाजसेवी ममता शर्मा द्वारा संबोधित किया गया, इस अवसर पर विशेष अतिथि के रुप में मिसेज सेन्ट्रल इन्डिया फर्स्ट रनरअप प्रियंका पटेल अग्रवाल, संस्थापक अनिता लुनिया, अध्यक्ष सोनाली, कार्यक्रम निदेशक जे.एस.ठाकुर, 7 गोल्डन बुक ऑफ गिनीज़ रिकार्ड धारी लक्ष्मीनारायण लॉहोटी, कोपलवाणी संचालिका पदमा शर्मा ठाकुर, गायत्री गोयल, गोयल एस.जमुना, डिम्पल मिश्रा, अंजली देशपांडे, सुनीता पटेल, समाज सेवी गायत्री गोयल, बरखा, देविका, दिपिका, रीना, कौशल्या, दीपा, पूर्णिमा, रजिया, रानी आदि उपस्थित हुये*
*मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता ममता शर्मा ने कहा, इन दिनों महिलाओं, युवतियों और किशोरियों के साथ झांसा देकर उनका शोषण करने की खबरें बहुत देखने, सुनने और पढ़ने को मिल रही है*
*कुदरती तौर पर स्त्रियों की छठी इंद्री बहुत सजग होती है, ऐसे लोगों को जो उनका अहित कर सकते है, को वो आसानी से पहचान जाती है, लेकिन सामाजिक ढांचा कुछ ऐसा है कि बदनामी के डर से वो खुल कर कुछ बोल नहीं पाती, प्रतिक्रिया नहीं दे पाती, हमें इसी झिझक को दुर करना होगा, गलत का विरोध करना सीखे, कोई गलत ढंग से टच करे, आधुनिकता के नाम पर बरगलाये, गलत कार्यो के लिये प्रेरित करे, शारिरिक ईशारे करे, अश्लीलता की बातें, मैसेज आदि करे तो तुरंत विरोध करे, परिजनों को बताये, पुलिस, सखी सेन्टर, संस्था के प्रमुखों तक अपनी बात पहुंचाये, यदि घर परिवार का कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो मां, बड़ी बहन, पिता या जिस पर आप विश्वास कर सके उन्हें बताये, कई बार लड़के-लड़कियां एक साथ फोटो खिंचाते है और फिर उसके माध्यम से ब्लैकमेल करते है, अतः ऐसी फोटोग्राफी से बचे, छुप कर ली गई. फोटो के लिये भी डरे नहीं, उस व्यक्ति की कोई बात नहीं माने सीधे शिकायत करे, महिलाओं के मामले निजता का विशेष ध्यान रखा जाता है, पुलिस प्रशासन का सहयोग ले और यदि किसी के साथ ऐसा होता है तो उसे बचाने में सहायक बने, जुर्म करने वाले,सहने से बड़ा गुनाहगार जुर्म के खिलाफ आवाज़ न उठाने वाले होते है, अपना समय फालतू की बातो में न लगाकार रचनात्मक कार्य में लगाए, यदि कोई पीड़ित है तो हम उनकी पर्सनल कॉउंसलिंग करायेंगे, किसी भी स्थिति में मानसिक संतुलन न खोये, यदि कभी कुछ बुरा हो गया है तो दोषी को सजा दिलाने में हम सब आपकी सहायता करेंगे, हर रिश्ते में एक मर्यादा होती है, लड़के लड़कियों में दोस्ती गलत नहीं है, किन्तु एक मर्यादा का पालन तो सभी के लिए आवश्यक है*
*सार्वजनिक टॉयलेट में, वस्त्र बदलने की जगह में, मॉल आदि के चेन्जिंग रुम में अच्छे से चेक करे कि कोई कैमरा तो नहीं छिपा है, सदा सजग और सावधान रहे*
मिसेज सेन्ट्रल इन्डिया, फर्स्ट रनरअप रही, श्रीमती प्रियंका ने कहा कि लगभग हर लड़की घूरती नजरों, गलत शब्दों का कभी न कभी सामना अवश्य करती है, जिस दिन वह इसका विरोध करना सीख जायेगी वहीं से एक नई क्रांति का सुत्रपात हो जायेगा, छत्तीसगढ़ की अस्मिता और कला को आगे बढ़ाने के लिये स्त्रीयों का सशक्त होना जरूरी है, इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर मैं अपने क्लोदिंग ब्रांड प्रकृति के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को सबके समझ रखती हूँ*
*हर लड़की को अपने अस्तित्व की रक्षा करनी आना चाहिए, उम्र चाहे जो हो, स्त्रियों को प्रताड़ित हर जगह किया जाता है, इसे ही रोकना होगा और इसकी शुरुआत घर से ही होना चाहिए, यदि आपने घर की महिला को यदि हम प्रताड़ना या शोषण से नहीं बचा सकते तो फिर बाहरी दुनियां में स्वयं को या औरो को कैसे बचा पायेंगे*
लॉहोटी जी ने कहा कि वे पिछले 8-साल से हर साल अपनी संस्था के माध्यम से विशेष उपलब्धि प्राप्त 108 महिलाओं का सम्मान करते आ रहे है, और किसी भी महिला को दोबारा ये सम्मान नहीं मिलता, इस तरह अब तक 864 महिलाओं का सम्मान हो चुका है, यहां उपस्थित सभी महिलाओं से वायदा चाहुँगा कि वे सभी ऐसा कोई कार्य करे कि संस्था उन सभी को सम्मानित कर सके*
*विश्व रिकार्ड बनाने की प्रक्रिया और प्रयासों पर भी उन्होंने रोशनी डाली*
*जे.एस.ठाकुर ने कार्यक्रम का संचालन किया और बताया कि स्पर्श एक कोशिश के माध्यम से हम लड़कियों को सामर्थ्य और सशक्त बनने का प्रशिक्षण देंगे इसी कड़ी में पहले इनमें आत्मविश्वास जगा कर खुद के लिये खड़े होने की हिम्मत पैदा करना जरूरी है**हम हर महीने स्त्रियों एवं लड़कियों के लिये ऐसे केम्प लगायेंगे जहां वे अपनी समस्याएं रखेगीं और हम उन्हें दूर करने का यथासंभव प्रयास करेंगे*
*सभी ने किसी भी तरह का शोषण सहन न करने और दूसरों को बचाने की शपथ भी ली*
संस्था द्वारा मुख्य अतिथि ममता शर्मा, विशेष अतिथि प्रियंका पटेल, अग्रवाल और गायत्री गोयल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया*