छग ब्यूरो चीफ पी बेनेट (7389104897)
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से प्राप्त की मुंगेली जिले में बाढ़ और राहत शिविरो के संबंध में जानकारी
कलेक्टर श्री एल्मा ने दी बाढ़ और राहत ंिशविरों के बारे में जानकारी
मुंगेली 28 अगस्त 2020// मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षको से बाढ़ एवं राहत शिविरो के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुंगेली जिला कलेक्टोरेट स्थित स्वान कक्ष से मुंगेली जिले के कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा, पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद कुजूर, वनमण्डलाधिकारी श्री आर.सी. दुग्गा और जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी श्रीमति नुपूर राशि पन्ना विडियो काॅन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए। विडियो काॅन्फ्रेंसिंग कलेक्टर श्री एल्मा ने जिले में औसत वर्षा, मनियारी नदी पर निर्मित राजीव गांधी जलाशय (खुडिया बांध) में जल भराव के क्षमता, खुड़िया बांध से छोडे गए जल की मात्रा सहित जन धन, पशु हानि और मकान क्षति सहित राहत शिविर के बारे में आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि राहत शिविरो में प्रभावितों को भोजन, पानी, दवाई आदि प्रदान की जा रही है। उन्होने बताया कि जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर सतत् नजर रखें हुए है और उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रो का भ्रमण कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया जा रहा है। उन्होने बताया कि मकान क्षति का आकलन कर लिया गया है और संबंधित प्रभावितों के लिए बाॅस, बल्ली की व्यवस्था भी कर ली गई है। उन्होने बताया कि अतिवृष्टि के बाद पानी प्रदूषित हो जाता है। जिसके फलस्वरूप जल जनित बीमारियां फैलने की संभवना भी होती है। इसे देखते हुए आवश्यक दवाईयां और आवश्यक चिकित्सकीय व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है।
विडियो काॅन्फ्रेंसिंग में कलेक्टर श्री एल्मा ने बताया कि विगत दिनों तीन दिन से लगातार अत्यधिक बारिश होने के कारण राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया बांध) से आने वाले जल बहाव के कारण मनियारी नदी अपने पूरे उफान पर थे। जिसके फलस्वरूप मनियारी नदी के किनारे स्थित तहसील लोरमी के ग्राम परसापारा, परसाकापा, बिजराकछार प्रभावित हुए थे। वहां आवश्यक व्यवस्था कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहॅुचाकर उनके लिए भोजन, पानी, दवाई आदि की व्यवस्था की गई थी। इसी तरह मनियारी नदी के बाढ़ से तहसील पथरिया के ग्राम तरकीडीह, अमलीकापा, अमोरा भिलाई, नवागांव, सल्फा लुकाऊकापा, परसिया, सकेत तथा कान्हरकापा बस्ती में पानी आ जाने से गंभीर स्थिति निर्मित हो गई थी। इसे देखते हुए तत्काॅल राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ किया गया । 406 परिवारो के 1343 प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित निकालकर स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रो और पंचायत भवनों में ठहराया गया। इसी तरह बाढ़ में फंसे ग्राम अमोरा के 36 व्यक्तिों को मोटर बोट से रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकालकर उन्हे सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया। सभी प्रभावितों के लिए भोजन, पानी, मास्क और सेनेटाइजर की भी व्यवस्था की गई ।