लुण्ड्रा- (राजीव कश्यप)
नियम कानून को धता बताते हुए शासन प्रशासन द्वारा आज लुण्ड्रा विकासखंड के दरिमा में मुख्यमंत्री के अटल विकास यात्रा कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने सारी ताकत झोंक सरकारी नुमाइंदे यह भी भूल गए हैं कि आदमी ले जा रहे हैं लकी जानवर जिस कदर छोटे वाहनों में ऊपर से लेकर नीचे तक जानवरों की तरह ढुंस,ढुस कर लोगों को बैठाया गया है उसे किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता लुण्ड्रा विकासखंड के दरिमा कार्यक्रम हेतु कूल 260 यात्री बसों को अधिग्रहित कर लुण्ड्रा सहित लखनपुर बतौली मैनपाट उदयपुर सीतापुर में 40 40 बसे भेजने के अलावा सैकड़ों की तादाद में छोटा हाथी व पिकअप पर हर ग्राम पंचायतों से भीड़ जुटाने सारी कवायद की जा रही है छोटी हाथी वह पिकअप में सवार महिला पुरुष इस कदर बैठे हैं कि जरा सी भी लापरवाही हुई की जान पर बन आईगी ऊपर से रास्ते की स्थिति भी जगजाहिर है। किंतु आम जनताओं की जान की परवाह किए बगैर शासन-प्रशासन अपनी लक्ष्य पूरा करने लगी है।
*”क्या आज नहीं है,कोई ट्रैफिक नियम?*
वहीं आम जनता ओं सहित विपक्ष ने कटाक्ष करते हुए सरकार से जवाब मांगा है कि क्या आज कोई ट्रैफिक नियम नहीं है केवल आम आदमियों के लिए ही नियम लागू होता है यदि कोई बीआईपी या सत्तारूढ़ दल का कोई भी कार्यक्रम हो तो सारे नियम कायदे कानून ताक पर रख दिए जाने का आरोप लगा प्रशासनिक तंत्र का सरकार द्वारा दुरुपयोग करने आरोप लगा लोगों को आवागमन संबंधी हो रही परेशानी का हवाला देते हुए कहा है कि आखिर बेचारे अस्पताल या कोई अति आवश्यक कार्य से आने जाने वाले यात्रियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करने मजबूर होना पढ़ रहा है इसकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा