छ ग ब्युरो चीफ पी बेनेट
सकरी – तखतपुर विधान सभा क्षेत्र के 2री बटालियन कर्मचारियों, शहीद परिवार और किसानों के जमीन पर स्टे आर्डर के बाद कमाण्डेण्ट द्वारा कराया जा रहा निर्माण कार्य। सकरी स्थित भूमि खसरा नम्बर 294 में आदेशानुसार 20 फिट मार्ग कृषि कार्य हेतू देना है। जिसपर मनमानी कर निर्माण कार्य जारी है। नायब तहसीलदार सकरी के स्थगन आदेश 22।03।2019 को दिया गया है जिसमें वर्तमान में तेजी से निर्माण कार्य जारी है। इस विषय में एसडीएम कोटा से नायब तहसीलदार सकरी के स्थगन आदेश का उलंघन करने वाले पर कार्रवाई करने पर कहा आदेश स्टैण्डिण्ग है, नायब तहसीलदार सकरी को तत्काल आदेश पालन करने बोल दिया गया है।
आदेश का उलंघन के बाद भी कार्रवाई नहीं -ग्रामीणों ने शाम तक दोबारा सम्पर्क कर जानकारी दिया कि अब तक किसी प्रकार का कार्रवाई नहीं किया गया है और कार्य में तेजी लाया गया है। जिससे ग्रामीण किसान अपनी फरीयाद कहां सुनाये। रविवार तत्काल प्रभाव के लिए कलेक्टर बिलासपुर से सम्पर्क करने पर सम्पर्क नहीं हुआ। जहाँ एक ओर सरकार किसान, शहीद परिवार, सैनिकों को सुविधाजनक जीवन देने का दावा देते है वहीं विधान सभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में यह घटना हो रहा है।
सरकार का अंतिम परिणाम तक पहुंच नहीं – ग्रमीणों ने आरोप प्रत्यारोप करते कहाँ कि सरकार आदेश तो दे देता है मगर अंतिम व्यक्ति तक आदेश का उलंघन हो रहा है या नहीं,पालन हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी नहीं लिया जाता है। शहीद परिवार के सुविधा पर खर्च करने जैसे तमाम बाते करते है,परन्तु जमीनी हकीकत कुछ और होता है।किसानों को विकास कार्य में शामिल करने जैसे वादे खोखले नजर आने का आरोप लगाया।
मिथलेश मिश्रा ने बताया जी की बटालियन द्वारा बाउंड्री उठाई जा रही है जो मेरे घर के दरवाजे के सामने है कमांडेंट के द्वारा तहसीलदार व एसडीएम किसी के भी किसी के भी आदेश नही माना जा रहा जबकि उनको नियमानुसर जनहित को ध्यान में रखकर बाउंड्री उठाना चाहिए, इसी तरह रामेश्वरी श्रीवास ने बताया कि उसकी पति इसी बटालियन के कर्मचारी है नक्सल इलाके में ड्यूटी के दौरान उनके रीड के हड्डी में चोट आ गयी थी जिनके कारण से चलने में भी दिक्कतें होती है कमांडेंट से रोड़ के लिए निवेदन करने गए थे पर उन्हें गाली देकर भगा दिया गया उन्होंने बताया कि बड़ी मुश्किल से जमीन खरीदी ,और लोन लेकर घर बना रहे है जिसमे सारी कमाई लगा दी है अब क्या कहा जाए भगवान ही भरोशा है।