(छ.ग ब्यूरो चीफ पी बेनेट )
सन फ्लावर इंग्लिश स्कूल भथरी में शासन के निर्देशानुसार खसरा,रूबेला रोग के टिका करण किया गया इस दौरान शाला के प्राचार्य श्रीमती एस रानी ने बताया कि शासन के आदेशानुसार पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क किया व गया तथा उन्हें ब्रोसर भी दिया गया जिसमे अभिभावकों से सहमति लिया गया जिसके अनुसार आज दिनांक 10/10/18 को कुल 91 छात्र छात्राओं को टिका लगाया गया
टीका करण के महत्व के बारे में स्वास्थ्य संयोजक एस आर जायसवाल ने बताया किखसरा एक जानलेवा बीमारी है और बच्चों में अपंग आता और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है खसरा बहुत संक्रामक रोग और यह एक प्रभावित व्यक्ति द्वारा हादसे में चिकने से फैलता है खसरा आपके बच्चों को निमोनिया दोस्त और दिमागी संक्रमण जैसे जीवन के लिए घातक जटिलताओं के प्रति संवेदनशील बना सकता है खसरा के आम लक्षण इस प्रकार है तेज बुखार के साथ त्वचा पर दिखाई पड़ने वाली लाल चकते खांसी बहती नाक और लाल आंखें दिखाई पड़ती है
,,रूबेला,,रोग
अगर स्त्री को गर्भावस्था के आरंभ में रूबेला संक्रमण होता है तो सीआरएस जन्मजात रूबेला सिंड्रोम विकसित हो सकता है जो गुरु और नवजात शिशुओं के लिए गंभीर और घातक साबित हो सकता है राम रे गर्भावस्था के दौरान उर्मिला से संक्रमित माता ने जन्मे बच्चों में दीर्घकालीन जन्मजात विसंगतियों से पीड़ित होने की संभावनाएं बढ़ जाती है जिससे आंख ग्लूकोमा मोतियाबिंद कान बहरापन मस्तिक मेट्रो सी फेरी मानसिक मंदता प्रभावित होते हैं तथा दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है रवेला से गर्भवती स्त्री में गर्भपात अकाल प्रसव अमृत प्रसव की संभावनाएं बढ़ जाती है
प्रिया अभिभावकों
इस अभियान के दौरान याटिका 9 माह से 15 वर्ष तक की उम्र के सभी बच्चों को जरूर लगवाना चाहिए इसे सभी स्कूलों समुदायिक 17 आंगनबाड़ी केंद्रों और सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर लगाया जाएगा यदि किसी बच्चे को एमआर एमएमआर का टीका पहले से लगाया जा चुका है तो उसे भी या टीका लगवाएं खसरा रूबेला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होते बच्चों को टिका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जा रहा है इस सामूहिक अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें
इस अवसर पर शाला के प्राचार्य एस रानी,ई कुमार, सी प्रकाश, एवन कुमार,नैनका लहरे,ए डेनियल, के तिवारी, विमला साहू व स्वास्थ्य कार्यकर्ता, कु अपर्णा मेश्राम,एल सोनवानी विशेष तौर पर उपस्थित रहे